



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में 47,600 करोड़ रुपये की लागत से जुड़ी 15 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। अपने कानपुर दौरे के दौरान पीएम मोदी ने पहगलाम आतंकी हमले में शहीद हुए जवान शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी से भी भेंट की।
पाकिस्तान को युद्ध विराम की अपील करने पर हुआ मजबूर
कानपुर में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को पाकिस्तान की सीमा के सैकड़ों मील अंदर जाकर ध्वस्त किया। हमारे जवानों के इस अदम्य साहस और पराक्रम ने पाकिस्तान की सेना को युद्ध रोकने की गुहार लगाने पर मजबूर कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से मैं भारतीय सेना के शौर्य को बार-बार नमन करता हूं।
आतंक के खिलाफ भारत की तीन निर्णायक रणनीतियां
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए तीन स्पष्ट सूत्र तय किए हैं, जिनके जरिए दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
- भारत अब हर आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा—कब, कैसे और किन शर्तों पर, इसका फैसला हमारी सेनाएं खुद करेंगी।
- भारत अब परमाणु हमले की धमकियों से न तो डरेगा और न ही उनके दबाव में कोई निर्णय लेगा।
- आतंकवाद के सरगनाओं और उसे पनाह देने वाली सरकार को भारत अब एक ही नजर से देखेगा—दोनों उसके लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं।
ऑपरेशन सिंदूर में झलकता है दर्द और गुस्सा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह विकास कार्यक्रम 24 अप्रैल को होना था, लेकिन पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा। इस हमले में कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी ने भी अपनी जान गंवाई। उनकी पत्नी ऐशान्या का दर्द और गुस्सा हम सभी ने महसूस किया है। हमारी बेटियों का यह दर्द और गुस्सा दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के रूप में देखा है।”
आत्मनिर्भर भारत क्यों जरूरी है?
पीएम मोदी ने कहा, “हमें यह ताकत ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन से मिली है। एक दौर था जब भारत अपनी सुरक्षा के लिए अन्य देशों पर निर्भर था, लेकिन हमने इसे बदलने का प्रयास किया। अपने देश की रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए आत्मनिर्भर होना न केवल अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है, बल्कि यह राष्ट्र के स्वाभिमान के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी कारण हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं।”