



पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत के सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर कड़ी कार्रवाई की थी। इस हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी और सीमावर्ती इलाकों में भारतीय नागरिकों के ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इस दौरान पाकिस्तान ने पुंछ में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे पर भी कायरतापूर्ण हमला किया था, जिसमें चार सिख श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ का दौरा किया और सिंह सभा गुरुद्वारे पहुंचकर वहां श्रद्धा सुमन अर्पित किए और मत्था टेका।
अमित शाह ने किया गुरुद्वारा और मंदिर का दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पुंछ में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे का दौरा कर वहां श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मत्था टेका। यह गुरुद्वारा पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से हुई गोलीबारी से प्रभावित हुआ था। इसके बाद अमित शाह ने पुंछ के गीता भवन मंदिर का भी दौरा किया, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और पाकिस्तान की गोलीबारी से मंदिर को हुए नुकसान का निरीक्षण किया।
अमित शाह ने पुंछ के लोगों से क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ में गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात की और कहा कि पाकिस्तान ने निर्दोष नागरिकों और हमारे धार्मिक स्थलों पर बर्बर हमला किया, जिससे कई लोग घायल और हताहत हुए। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी नागरिक, सेना या सीमा पर हुए अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा। अमित शाह ने पुंछ के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपके परिवार को हुई हर हानि में पूरा देश आपके साथ एक चट्टान की तरह खड़ा है।
गुरुद्वारे पर हमला कैसे हुआ?
22 अप्रैल को पाकिस्तान ने पहलगाम में एक आतंकी हमला करवाया, जिसमें 26 लोग शहीद हो गए। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान व पीओके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर करीब 100 आतंकियों को समाप्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा के पास भारतीय नागरिकों और ठिकानों पर गोलीबारी और तोपखाने से हमले तेज कर दिए। इसी दौरान पाकिस्तान ने पुंछ में स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे को भी निशाना बनाया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस, लड़ाकू विमान और एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया। इस दबाव के चलते पाकिस्तान ने युद्ध विराम की मांग की और 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ।
नुकसान उठाने वालों को कैसे मिलेगी मदद?
गृह मंत्री अमित शाह ने पुंछ के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “हम सभी जानते हैं कि मुआवजे या सरकारी नौकरी से आपकी जिंदगी में हुए नुकसान की पूरी भरपाई नहीं हो सकती। पुंछ में कई परिवारों के घर और कई व्यापारिक प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हुए हैं। एलजी साहब ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने प्रभावितों की मदद के लिए कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, भारत सरकार व्यापारिक स्थलों के लिए भी जल्द ही विशेष राहत पैकेज लेकर आएगी।”