



हलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए कड़े फैसलों से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। भारत द्वारा सिंधु जल समझौते को रोकने की पहल के बाद पाकिस्तान की राजनीतिक हलचलों में तेजी आई है। इसी बीच पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर इशाक डार ने भारत को अप्रत्यक्ष रूप से परमाणु हमले की धमकी दी है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
पाकिस्तान की सीनेट में शुक्रवार को भारत के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें भारत की नीतियों की आलोचना की गई और सिंधु जल संधि पर भारत के रुख को “उकसावे वाला” बताया गया। यह प्रस्ताव खुद डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने पेश किया, जिसे प्रमुख विपक्षी दलों समेत कई पार्टियों का समर्थन मिला।
इशाक डार ने संसद में कहा कि पाकिस्तान को हल्के में न लिया जाए। अगर भारत ने कोई हमला किया, तो पाकिस्तान के पास भी परमाणु हथियार और मिसाइलें हैं, और वह “मुंहतोड़ जवाब” देने में सक्षम है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। सिंधु समझौते को रोकने की संभावनाओं से पाकिस्तान की चिंता और गहरी हो गई है, क्योंकि यह उसके लिए जल संसाधनों का अहम स्रोत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले जैसी धमकी देना उसकी बौखलाहट और राजनयिक दबाव को दर्शाता है। फिलहाल, भारत ने कोई सैन्य प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन कूटनीतिक मोर्चे पर दबाव बढ़ता जा रहा है।