



14 सालों में 123 टेस्ट खेले. उनके बल्ले से 9230 रन निकले. टेस्ट में उनके नाम 30 शतक रहे. उनके नाम 7 दोहरे शतक भी रहे.इतने बेहतरीन रिकॉर्ड होने के बावजूद विराट ने अचानक क्यों टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया, आइए जानते हैं इनकी वजह.
विराट कोहली ने अपने 14 साल के टेस्ट करियर का अचानक अंत कर दिया. इस दिग्गज खिलाड़ी ने सोमवार सुबह ऐलान किया कि वो अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलेंगे. सवाल ये है कि आखिर विराट कोहली ने क्यों इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले संन्यास ले लिया. आखिर ऐसा क्या हुआ कि जिस फॉर्मेट को विराट दिल से चाहते थे उसे उन्होंने अचानक छोड़ दिया. विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास की वजह क्या हैं, आइए डालते हैं उनपर एक नजर.
BCCI से नाराजगी?
विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास की पहली और सबसे बड़ी वजह बीसीसीआई से नाराजगी बताई जा रही है. ऐसा रिपोर्ट्स आईं कि एक सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा के संन्यास के बाद इंग्लैंड में टीम की कप्तानी करना चाहता है. लेकिन बीसीसीआई ने उससे साफतौर पर इनकार कर दिया. वो खिलाड़ी कहीं विराट कोहली ही तो नहीं थे? क्योंकि रोहित के संन्यास से पहले विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट छोड़ने को लेकर कोई खबर नहीं उड़ रही थी लेकिन उसके बाद इस खिलाड़ी ने टेस्ट को अलविदा कह दिया. तो क्या ये सब नाराजगी की वजह से हुआ?
लंबे समय से खराब फॉर्म
इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि विराट कोहली लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रहे थे. पिछले साल इस खिलाड़ी ने 10 टेस्ट में सिर्फ 24.52 की औसत से 417 रन ही बनाए थे. पिछले पांच सालों की बात करें तो सिर्फ साल 2023 में ऐसा हुआ जब विराट कोहली का औसत 50 से ज्यादा का रहा लेकिन 2020 में उनका औसत 19.33 रहा. 2021 में 28.21, 2022 में उनका बैटिंग एवरेज 26.50 रहा.
ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद खराब
विराट कोहली के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद खराब रहा. उन्होंने पांच टेस्ट में सिर्फ 190 रन बनाए. उनका एवरेज 23.75 रहा. साफ है इतनी खराब परफॉर्मेंस के बाद उनपर सवाल उठने भी लाजमी थे. इनके अलावा टेस्ट से संन्यास लेने की वर्कलोड मैनेजमेंट और पारिवारिक वजहें भी हो सकती हैं.
विराट कोहली का टेस्ट करियर
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 123 मैच खेले, जिसमें उनके बल्ले से 46.85 की औसत से 9230 रन निकले. विराट कोहली ने करियर में 30 शतक और 31 शतक लगाए. विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 7 दोहरे शतक लगाए जो कि एक रिकॉर्ड है. सबसे बड़ी बात ये है कि विराट ने बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे ज्यादा 40 टेस्ट जीते हैं.