



विदेश मंत्रालय ने शनिवार को प्रेस ब्रीफिंग कर पाकिस्तान के नापाक इरादों और दुष्प्रचार का पर्दाफाश किया। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा हालातों की जानकारी दी गई। इसके अलावा पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई और उससे पड़ोसी को नुकसान की बात भी बताई गई। भारत ने यह भी साफ किया कि हमारे सशस्त्र बल तनाव बढ़ाना नहीं चाहते, लेकिन शर्त यह है कि पाकिस्तान भी ऐसा ही बर्ताव करे। आइए समझते हैं इस प्रेस की ब्रीफिंग को बारीकी से…
‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाए पाकिस्तान की कायरना हरकतों को लेकर विदेश मंत्रालय ने शनिवार को सुबह 10:30 और 11 बजे के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकतों का पर्दाफाश किया। इस दौरान विक्रम मिस्री ने कहा, ‘पिछले दो-तीन प्रेस ब्रीफिंग में बताया गया है कि पाकिस्तान की हरकतें तनाव को बढ़ाने का काम कर रही हैं। पाकिस्तान हमें उकसाने का काम कर रहा है। आज सुबह दोबारा पाकिस्तान ने उकसाने वाला और तनाव बढ़ाने वाली हरकतें कीं, हम उसका पूरे संयम के साथ उचित जवाब दे रहे हैं।’
इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया, ‘पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमाओं पर लगातार आक्रमक गतिविधियां जारी रखी हैं। उसने ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक हथियार और लड़ाकू विमानों का उपयोग कर भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाया। अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC पर 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ के प्रयास किए गए। भारतीय सशस्त्र बलों ने अधिकांश खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया। पाकिस्तान ने पंजाब के एयरबेस को निशाना बनाने के लिए रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के हथियार भंडार और सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की। पाकिस्तान लाहौर से नागरिक विमानों की आड़ लेकर हमले कर रहा है। ऐसे में भारत ने नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सटीकता से कार्रवाई की।’
पाकिस्तान की सेना ने पूरे पश्चिमी मोर्चे पर लगातार आक्रामक गतिविधियां जारी रखी हैं। इसमें मानवरहित लड़ाकू ड्रोन, लंबी दूरी वाले हथियार, लॉयटरिंग म्यूनिशंस (एक तरह के सुसाइड ड्रोन) और लड़ाकू विमानों का उपयोग कर भारत सैनिक ढांचे को निशाना बनाया।
इसका जवाब है- हां। कर्नल कुरैशी ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का रात 1:40 बजे पंजाब के एयरबेस स्टेशनों पर निशाना साधने की कोशिश की। यह निंदनीय और गैर-पेशेवर है।कहां हो रहे हमले?
नियंत्रण रेखा पर भी ड्रोन के जरिए घुसपैठ की कोशिश की और भारी तोपों से गोलाबारी की। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर श्रीनगर से नलिया तक 26 से ज्यादा स्थानों पर हवाई घुसपैठ के प्रयास किए गए। फिर भी उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज और बठिंडा जैसे स्टेशनों पर उपकरण और लोगों को हानि पहुंचाने का प्रयास किया। श्रीनगर, अवंतीपुरा और उधमपुर के वायुसेना अड्डों पर स्थित चिकित्सा केंद्रों और स्कूल परिसरों को निशाना भी बनाया। इससे रिहाइशी इलाकों पर हमला करने की उसकी गैर-जिम्मेदाराना प्रवृत्ति फिर उजागर हुई।