



भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने लालमोनिहाट के पातग्राम सीमा पर गिरफ्तार किए गए दो बांग्लादेशी युवकों को वापस कर दिया. ये युवक चाय के बागान में टिकटॉक वीडियो बना रहे थे, जब BSF ने उन्हें हिरासत में ले लिया. BGB और BSF के बीच फ्लैग मीटिंग के बाद सुबह 3:30 बजे उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया.
बांग्लादेश भले ही अपनी हरकत से बाज न आता हो, चाहे फिर भारत के खिलाफ बयानबाजी का मामला हो या फिर झूठे आरोप लगाने का हो. हर बार बांग्लादेश भारत को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ता है. इसके बाद भी भारत अपना बड़ा दिल हमेशा दिखाता रहता है. इस बार भी भारत ने नापाक इरादे वाले यूनुस पर दया खाकर उनके दो लोगों को वापस सौंप दिया है.
बीएसएफ ने भारतीय क्षेत्र में ‘टिक टॉक वीडियो’ बनाते समय पकड़े गए 2 बांग्लादेशियों को वापस कर दिया है. भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आज सुबह दो बांग्लादेशी युवकों को वापस लौटा दिया है, जिन्हें लालमोनिरहट में पटग्राम सीमा पर हिरासत में लिया गया था.
61 बीजीबी बटालियन के धबलसुती बीओपी कैंप के कमांडर नायक सूबेदार मोक्तर हुसैन ने मीडिया को बताया कि उन्हें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) और बीएसएफ के बीच सुबह करीब 3:30 बजे फ्लैग मीटिंग के जरिए सौंपा गया है. नायक सूबेदार ने बताया कि युवकों को बाद में उनके परिवारों को सौंप दिया गया.
टिकटॉक वीडियो बनाने घुसे थे युवक
सेना के जवान ने बताया कि दोनों बांग्लादेशी युवक अवैध रूप से भारत में घुस आए थे और चाय के बागानों में टिक टॉक वीडियो बना रहे थे. अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में से एक 22 वर्षीय साजेदुल इस्लाम है, जबकि दूसरा 16 वर्षीय लड़का है. अधिकारियों के अनुसार, दोनों युवक कल शाम करीब 6:00 बजे गटियारविटा सीमा पर नो-मैन्स-लैंड क्षेत्र में मुख्य सीमा स्तंभ 825 के सब पिलर 1-एस के माध्यम से एक भारतीय चाय बागान में घुसे थे. वे अपने मोबाइल फोन पर टिक टॉक वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे, तभी गश्त पर मौजूद बीएसएफ के जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
फ्लैग मीटिंग के बाद किया गया रिहा
सेना के जवानों की तरफ से हिरासत में लेने के बाद से ही दोनों युवकों ने रोना शुरू कर दिया और छोड़ने की गुहार लगाने लगे. बीजीबी रंगपुर सेक्टर कमांडर और बीएसएफ जलपाईगुड़ी सेक्टर कमांडर के बीच संपर्क होने के बाद, बीएसएफ ने फ्लैग मीटिंग के जरिए हिरासत में लिए गए युवकों को रिहा कर दिया.
साजेदुल ने कहा कि हम बिना जाने ही नो-मैन्स-लैंड पर भारतीय चाय बागान में घुस गए. हम चाय बागान में कुछ तस्वीरें ले रहे थे और वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे. उस समय, बीएसएफ के जवानों ने हमें हिरासत में ले लिया.