



नई दिल्ली: कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए हैं। यह लगातार तीसरा दिन है जब वह मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे। इस बार भी उनकी पत्नी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उनके साथ दिखाई दीं।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की पूछताछ जारी
रॉबर्ट वाड्रा पर विदेशी संपत्तियों से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) द्वारा की जा रही है। इससे पहले भी ईडी वाड्रा से कई बार पूछताछ कर चुकी है, लेकिन ताजा पूछताछ को लेकर फिर से मामला चर्चा में आ गया है।
तीसरे दिन की पूछताछ में क्या है खास?
-
रॉबर्ट वाड्रा ईडी के दफ्तर तीसरे दिन लगातार पहुंचे हैं, जो इस केस में जांच एजेंसी की सक्रियता को दर्शाता है।
-
सूत्रों के अनुसार, उनसे दस्तावेज़ों, विदेशी ट्रांजैक्शनों और प्रॉपर्टी से संबंधित अहम सवाल पूछे जा रहे हैं।
-
जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या रॉबर्ट वाड्रा ने कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेश में संपत्तियां खरीदीं।
प्रियंका गांधी का साथ रहना – राजनीतिक संकेत?
प्रियंका गांधी वाड्रा का रॉबर्ट वाड्रा के साथ ईडी दफ्तर तक जाना एक भावनात्मक और राजनीतिक संकेत भी माना जा रहा है। यह दर्शाता है कि वाड्रा परिवार इस जांच में एकजुट है। साथ ही यह कांग्रेस पार्टी की ओर से एक तरह का समर्थन भी माना जा सकता है।
रॉबर्ट वाड्रा का रुख
रॉबर्ट वाड्रा पहले भी कह चुके हैं कि वह सभी आरोपों को खारिज करते हैं और जांच में पूरा सहयोग दे रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है।
मामले की अगली सुनवाई और संभावित दिशा
ईडी द्वारा पूछताछ के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई और अदालत में रिपोर्ट पेश की जा सकती है। इस जांच का असर राजनीतिक माहौल पर भी पड़ सकता है, खासकर चुनावी सीजन में।