



कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर एक बार फिर निशाना साधा है। अपने हालिया बयान में उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर लोकतंत्र को कमजोर करने, संविधान पर हमला करने और देश को एक विचारधारा के अधीन करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी के BJP और RSS पर आरोप – प्रमुख बिंदु
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संविधान को कमजोर करने का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि BJP और RSS मिलकर देश के संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके अनुसार, इन संगठनों का लक्ष्य भारतीय लोकतंत्र की नींव को खत्म कर, एक ‘मनुवादी’ सोच को थोपना है। -
लोकतंत्र की आवाज को दबाना
उन्होंने आरोप लगाया कि BJP सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को नियंत्रित करने में लगी है और मीडिया, न्यायपालिका और जांच एजेंसियों पर दबाव बनाकर विपक्ष की आवाज को दबा रही है। -
सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि RSS और BJP समाज में नफरत और विभाजन फैलाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती हैं। उनका आरोप है कि यह रणनीति देश को कमजोर करती है और भारत की विविधता पर चोट करती है। -
युवा और बेरोजगारी के मुद्दे से भटकाना
उन्होंने BJP पर आरोप लगाया कि सरकार युवाओं की बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं और बढ़ती महंगाई जैसे असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सांप्रदायिक एजेंडे को हवा दे रही है।
कांग्रेस की रणनीति क्या है?
राहुल गांधी के इन बयानों के पीछे कांग्रेस की यह रणनीति साफ नजर आती है कि पार्टी आगामी चुनावों से पहले लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जनसमर्थन जुटाना चाहती है। वह जनता को यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कांग्रेस देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
RSS और BJP की प्रतिक्रिया
हालांकि BJP और RSS ने राहुल गांधी के इन आरोपों को पहले भी नकारते हुए कहा है कि वे राष्ट्र निर्माण, सेवा और विकास में विश्वास करते हैं और संविधान का पूरा सम्मान करते हैं।