



बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “तय है कि बिहार में NDA की सरकार नहीं बनने जा रही है।” यह बयान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक के बाद दिया, जो विपक्षी एकता को लेकर बेहद अहम मानी जा रही है।
🔹 खड़गे और तेजस्वी की मुलाकात: विपक्षी गठबंधन में नई रणनीति
तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे की यह मुलाकात दिल्ली में हुई, जहां बिहार की राजनीतिक स्थिति, आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की रणनीति और विपक्षी एकता पर विस्तार से चर्चा हुई। तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि जनता अब बदलाव चाहती है, और NDA की नीतियों से लोग नाराज हैं।
🔹 तेजस्वी यादव के मुख्य बयान:
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“बिहार की जनता जागरूक है और अब झूठे वादों में नहीं फंसने वाली।”
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“हमने सरकार में रहते हुए रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर कई सकारात्मक पहल कीं।”
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“महागठबंधन पहले से ज्यादा मजबूत है और 2025 में हम पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएंगे।”
🔹 बिहार में राजनीतिक समीकरण क्या कहते हैं?
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महागठबंधन (RJD, Congress, Left दलों आदि) राज्य में सामाजिक और जातीय समीकरणों पर अपना फोकस बनाए हुए है।
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जनता के मुद्दे, जैसे बेरोजगारी, शिक्षा व्यवस्था, महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष ने आक्रामक रुख अपनाया है।
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दूसरी ओर, NDA में आंतरिक खींचतान और नेतृत्व को लेकर सवाल भी चर्चा में हैं।
🔹 NDA के खिलाफ विपक्ष की रणनीति:
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ग्राउंड स्तर पर अभियान – गांव-गांव जाकर महागठबंधन अपनी नीतियों और कार्यों को बता रहा है।
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युवाओं पर फोकस – रोजगार और शिक्षा के मुद्दों को प्राथमिकता दी जा रही है।
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समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ तालमेल – सीट बंटवारे को लेकर भी लचीला रवैया अपनाया जा रहा है।
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मजबूत नेतृत्व – तेजस्वी यादव युवा चेहरा बनकर सामने आ रहे हैं, जिनकी लोकप्रियता युवाओं और किसानों के बीच बढ़ रही है।