



किसान नेता जगजीत डल्लेवाल पिछले कुछ दिनों से भूख हड़ताल पर हैं, और उनकी बिगड़ती सेहत को लेकर किसानों में गहरी चिंता है। किसानों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह कुंभकरण जैसी उदासीनता न दिखाए और तुरंत उनकी मांगों पर ध्यान दे।
डल्लेवाल का कहना है कि उनकी भूख हड़ताल केवल किसानों के हक और अधिकारों के लिए है। सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता ने किसानों को यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। उनके स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति ने आंदोलन को और अधिक संवेदनशील बना दिया है।
किसानों की मुख्य मांगें:
- कृषि कानूनों को लेकर सरकार की स्पष्ट नीति।
- किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी दर्जा।
- किसानों पर बढ़ते कर्ज और उनकी आत्महत्या के मामलों पर ठोस समाधान।
इस आंदोलन को देशभर के किसान संगठनों का समर्थन मिल रहा है, और सभी सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
किसान नेता और प्रदर्शनकारियों ने केंद्र से आग्रह किया है कि वह कुंभकरण की तरह सोने के बजाय किसानों की आवाज सुने और उनकी समस्याओं का हल निकाले।