



भारतीय विदेश सचिव [नाम] बांग्लादेश दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरे का मुख्य फोकस बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना है।
मुख्य एजेंडा: हिंदू समुदाय की सुरक्षा
विदेश सचिव ने बांग्लादेश सरकार के साथ बैठक में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर होने वाले हमलों और उनके अधिकारों की रक्षा का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। यह कदम भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा
दौरे के दौरान भारत और बांग्लादेश ने व्यापार, कनेक्टिविटी, और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की।
भारत का रुख
भारत ने स्पष्ट किया कि बांग्लादेश में रहने वाले सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है। इसके अलावा, दोनों देशों ने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।
निष्कर्ष
विदेश सचिव का यह दौरा भारत-बांग्लादेश संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल द्विपक्षीय रिश्तों के लिए आवश्यक है, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है।